NDTV Khabar

भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में बचाव पक्ष के दावे में कितनी है सच्चाई?

 Share

भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में बचाव पक्ष ने एक अमेरिकी डिजिटल फोरेंसिक लैब के हवाले से दावा किया है कि जिन दस्तावेजों के आधार पर पूरा केस बना है वो दस्तावेज रोना विल्सन के लेपटॉप में बने नही बल्कि प्लांट किये गए थे. फोरेंसिक रिपोर्ट का दावा पूरे केस पर सवालिया निशान लगाता है. लेकिन एक सवाल ये भी है कि क्या ये सब संभव है कि बिना उस लैपटॉप के मलिक की जानकारी के कोई फ़ाइल फोल्डर डाला जा सकता है ?ये जानने और समझने के लिए हमने बात की साइबर एक्सपर्ट अंकुर पुराणिक से.



Advertisement

 
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com