किसान आंदोलन जारी है और हालात को सुधारने के लिए बातचीत का दौर भी जारी है. देस की बात में आज नमन उन किसानों को जिनकी जान इस आंदोलन में गई है. मरने वाले आम किसान थे जो इस सर्दी में अपने घरों से दिल्ली सरकार तक अपनी बात पहुंचाने आए थे और खुले आसमान के नीचे रह रहे थे.