सहर फेस्टिवल्स के संस्थापन-निदेशक संजीव भार्गव का कहना है कि हम सभी देखते हैं कि कलाकारों को काफी संघर्ष करना पड़ता है, मैं सभी तरह के कलाकारों की तरफ से ये बात कर रहा हूं चाहें वह ग्रामीण कलाकार हों, या फिर क्लासीकल डांसर, संगीतकार, पेंटर्स. विश्व भर की सरकारें कलाकरों की मदद के लिए आगे आती हैं क्योंकि वह जानती हैं कि कलाकार ही उनकी ताकत है.