लॉकडाउन के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं पर भी असर पड़ा है. भारत के खासकर ग्रामीण इलाकों में ASHA यानी अक्रेडिटेड सोशल हेल्थ एक्टिविस्ट और ANM यानी ऑक्सिलरी नर्सिंग मिडवाइव्स ने गर्भवती महिलाओं और बच्चों की देखभाल में बहुत मदद की है. गर्भवती महिलाओं ने बताया कि कोरोनावायरस की वजह से वह डरी हुई थीं लेकिन आशा दीदियों ने उनकी पूरी मदद की.