प्रकाशित: सितम्बर 15, 2010 08:09 PM IST | अवधि: 2:14
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सीएसई की प्रदूषण निगरानी प्रयोगशाला ने अपने अध्ययन में पाया है कि डॉबर, बैद्यनाथ, पातंजलि आयुर्वेद, खादी और हिमालया जैसी कंपनियों के उत्पादों में दो से चार एंटीबायोटिक होते हैं, जो निर्धारित मानकों से बहुत ज्यादा हैं।