राजनीति में रविवार नहीं होता है... जैसे राजनीति में कोई दुश्मन नहीं होता है... कभी छुट्टी नहीं होती... ये कहीं भी, कभी भी और किसी भी चीज़ पर की जा सकती है और अगर आपके पास ट्विटर है तो आप घर बैठे-बैठे लाखों लोगों की बीच संदेश भेजकर टीवी और अखबार में छपने से पहले रीयल टाइम में कर सकते हैं।