उद्धव ठाकरे ने बुधवार शाम को कहा था कि वो सीएम के सरकारी अवासा में नहीं रहेंगे और न ही उन्हें अब सीएम के पद पर रहने में कोई दिलचस्पी बची है. उद्धव ठाकरे के मातोश्री लौटने के बाद अब गेंद एक बार फिर एकनाथ शिंदे के पाले में आ गई है. अब देखना है कि क्या एकनाथ शिंदे अब उद्धव ठाकरे से बात करते हैं या नहीं.