हरीश रावत खेमे ने साफ कर दिया कि वह मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी दावेदारी नहीं छोड़ेंगे लेकिन इस बात का संकल्प जताया कि वह यह लड़ाई पार्टी के भीतर ही लड़ेंगे।
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