प्राइम टाइमः क्या रफ़ाल सौदे में कहीं कुछ छुपाया जा रहा है?
प्रकाशित: नवम्बर 14, 2018 09:00 PM IST | अवधि: 35:26
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रफाल विमान सौदा सिर्फ सरकार के लिए ही टेस्ट नहीं है, बल्कि मीडिया के लिए भी परीक्षा है. आप दर्शक मीडिया की भूमिका को लेकर कई सवाल करते भी रहते हैं. यह बहुत अच्छा है कि आप मीडिया और गोदी मीडिया के फर्क को समझ रहे हैं. हम सबको परख रहे हैं. दर्शक और पाठक को बदलना ही होगा क्योंकि मीडिया के ज़रिए जो खेल हो रहा है, उसके नतीजे मीडिया को नहीं, आपको भुगतने होंगे. मैंने आपके लिए एक मीडिया टेस्ट किट बनाया है. आप अपने सवाल भी जोड़ सकते हैं इसके ज़रिए आप घर बैठे मीडिया को बदल सकते हैं. तो सबसे पहले आप एक डेडलाइन तय करें. 21 सितंबर 2018 को फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद का बयान आया था कि अनिल अंबानी की कंपनी को लाभ पहुंचाने के लिए भारत सरकार की तरफ से शर्त रखी गई थी. उस दिन के बाद से कोई एक या दो हिन्दी के अख़बार लें. इन अखबारों में रफाल पर छपी हर खबर को काट कर एक फाइल बनाएं. फाइल जब बन जाए तो ध्यान से एक एक खबर को पढ़ें और कुछ सवाल बनाएं.क्या रफाल सौदे में कहीं कुछ छुपाया जा रहा... देखिए कि रफाल की खबर कब-कब पहले पन्ने पर छपी है. देखिए, रवीश कुमार के साथ प्राइम टाइम