रवीश कुमार का प्राइम टाइम : क्या कोरोना वायरस से लड़ने के लिए दुनिया और भारत सक्षम हैं?
प्रकाशित: फ़रवरी 18, 2020 09:00 PM IST | अवधि: 32:12
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कोरोना वायरस के कारण चीन में करीब 15 करोड़ की आबादी सरकारी पाबंदी में है कि वे अपने घरों से कितने दिनों में और कितनी देर के लिए घर से बाहर निकल सकते हैं. घर से बाहर निकलने पर उनके शरीर का तापमान चेक होता है, डॉक्टर चेक कर एक प्रमाण देता है, फिर परिचय पत्र दिखाना होता है तब कोई सोसायटी से बाहर अपने पड़ोस में जा पाता है. एक समय में घर से एक ही आदमी बाहर जा सकता है. वो भी रोज़ नहीं. जैसे जियान शहर में तीन पर एक ही बार बाहर जाने की इजाज़त है और वो भी दो घंटे. जियान की आबादी 1 करोड़ 20 लाख है. जियान की आबादी दिल्ली से कुछ कम है लेकिन कल्पना कीजिए कि कोरोना वायरस के कारण इतने बड़े शहर को घरों में बंद कर दिया जाए तो उसका मंज़र क्या होगा. इसके कारण बिजनेस पर जो असर पड़ा है वो चीन के अलावा भारत सहित अन्य देशों के अलग अलग सेक्टरों को प्रभावित करने लगा है. उसका अलग से हिसाब किताब किया जा रहा है जो बता रहा है कि एक वायरस कितनी तेज़ी से अर्थव्यवस्थाओं की कमर तोड़ सकता है. बड़ी संख्या में नौकरियां जाने लगी हैं. भारत में दवा उद्योग पर गहरा असर पड़ा है.