यूपी में अखिलेश और मायावती का गठबंधन भले ही टूट गया हो, लेकिन मुंह से केवल फूल बरस रहे हैं. दोनों ही नेताओं ने कल से लेकर आज तक एक-दूसरे पर एक भी तंज नहीं कसा है. दोनों नेताओं ने केवल यह बात कही कि लोकसभा चुनाव में यह साथ कारगर सिद्ध नहीं हुआ. भविष्य में संभावना बनी तो फिर साथ आने की सोचेंगे.