प्रकाशित: दिसम्बर 30, 2011 09:00 AM IST | अवधि: 37:32
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दुनियाभर में लोग नए साल के आने के जश्न को मनाने में लगे हैं। कहते हैं कि रात गई, बात गई, लेकिन भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ती संसद में बीती रात लोकपाल बिल लटक गया... क्या यह हमारे राजनेताओं की मंशा को जाहिर करता है...