प्राइम टाइम: क्या चुनाव में बेरोज़गारी एक बड़ा मुद्दा नहीं होना चाहिए?
प्रकाशित: मार्च 20, 2019 09:00 PM IST | अवधि: 37:07
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2019 के चुनाव में बेरोज़गारी की बात बहुत हो रही है, मगर इस पर न तो सरकार की तरफ से कुछ ठोस आ रहा है और न ही विपक्ष की तरफ से. पक्ष और विपक्ष की उदासीनता के बीच बेरोज़गारों को भी समझ नहीं आ रहा है कि वे अपने मुद्दों का क्या करें. 20 मार्च के इंडियन एक्सप्रेस में जे मजूमदार की खबर छपी है. इस खबर के अनुसार वर्क फोर्स यानी काम करने वालों की तादाद में तेज़ी से गिरावट आई है. पांच साल पहले की तुलना में इस वक्त कम लोग काम पर लगे हुए हैं. 1993-94 के बाद पहली बार आई कार्य बल में गिरावट आई है. NSSO ने 2017-18 के लिए Periodic Labour Force Survey किया था, यह रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं हुई है.