प्रकाशित: अक्टूबर 15, 2015 08:00 PM IST | अवधि: 32:49
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साहित्यकारों और सरकार आमने सामने हैं। साहित्यकार कह रहे हैं कि देश में असहिष्णुता बढ़ी है, अभिव्यक्ति के अधिकार पर चोट हो रही है और सरकार चुपचाप देख रही है। यही नहीं, कई साहित्यकारों ने अपने पुरस्कार भी वापस कर दिए हैं।