NDTV Khabar

प्राइम टाइम : यात्री अपनी जान की रक्षा स्वयं करें

 Share

भीड़ को राजनीतिक मान्यता मिलने लगी है. औपचारिकता के नाम पर 2-3 दिन बीत जाने के बाद निंदा जैसा बयान आता है. फिर उसके कुछ दिन बाद भीड़ किसी और को मार देती है. आप सोच रहे हैं कि इससे हमारा क्या, लेकिन आप यह नहीं देख रहे हैं कि एक को मारने के लिए आपके ही अपने हत्यारे बन रहे हैं. इस भीड़ का एक राजनीतिक समर्थन है क्योंकि जो ज़हर इस भीड़ को उकसाता है, वो किस फैक्ट्री में पैदा हो रहा है, आप देखना चाहेंगे तो आराम से दिख जाएगा. नहीं देखना चाहेंगे तो कोई बात नहीं, पर आपका ही कोई किसी भीड़ में जाकर किसी को मार आएगा. इसलिए अपनों को हत्यारा बचाने से पहले संभल जाइये.



Advertisement

 
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com