प्राइम टाइम: भविष्य बिगाड़ने का राष्ट्रीय प्रोजेक्ट चल रहा है भारत में
प्रकाशित: अक्टूबर 05, 2017 09:00 PM IST | अवधि: 36:19
Share
ज़िलों के बड़े कॉलेज जब से तबाह हुए हैं उसकी कीमत भी आप चुका रहे हैं. अपने बच्चों को बाहर भेजते हैं और बीए, एमए की पढ़ाई पर लाखों ख़र्च करते हैं. यह पैसा जोड़ दिया जाए कि राज्य के शिक्षा बजट का अच्छा खासा प्रतिशत हो सकता है. सिस्टम ने शिक्षा को अनदेखा कर, समाज और परिवार को तबाह किया है. हर राज्य में आज से बीस साल पहले 4-5 अच्छे कालेज तो होते ही थे जिनके प्रोफेसरों का नाम था, उनकी क्लास में जाने के लिए छात्रों के बीच मारा-मारी होती थी, उनकी इमारत भी शानदार हुआ करती थी, ये सब आज भी है मगर बग़ैर शिक्षक के खंडहर में बदल गया है.