बाल मजदूरी के चंगुल से छुड़ाए गए बच्चे अब ऐसे कर रहे हैं दूसरों की मदद
प्रकाशित: जून 12, 2021 01:59 PM IST | अवधि: 11:28
Share
नोबेल विजेता कैलाश सत्यार्थी और उनकी टीम द्वारा बचाये गए बच्चे अब सत्यार्थी आंदोलन का हिस्सा बनकर समाज में योगदान दे रहे हैं. बाल मजदूरी के खिलाफ विश्व दिवस के अवसर पर उन बच्चों ने अपनी कहानियां साझा कीं. साथ ही यह भी बताया कि वे अब कैसे बाल संरक्षण पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत करने, बच्चों को बाल श्रम से बचाने और उन्हें शिक्षा की मुख्यधारा से जोड़ने में योगदान दे रहे हैं.
यौन शोषण के शिकार बच्चों को समय पर मिल सके उचित न्याय, इस लिंक पर क्लिक करके करें दान: क्लिक करें.