एशिया के सबसे बड़े माध्यमिक शिक्षा परिषद यूपी बोर्ड के 65 लाख छात्रों का भविष्य खतरे में दिखाई दे रहा है, क्योंकि इन बच्चों के एग्ज़ाम की कॉपियां चपरासी और बाबू जांच रहे हैं।
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