जीने की आशा में बात ओडिशा में रहने वाले उन दलित और जनजातीय बच्चों और महिलाओं की जिन्हें आंगनवाड़ी केन्द्रों की सुविधाएं मुहैया नहीं हो पातीं क्योंकि आंगनवाड़ी में काम करने वाली महिलाएं ऊंची जाति की हैं।
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