यह घोटाला करीब 1000 करोड़ रुपये का है, जिसमें अनमैन्ड एरियल व्हीकल (Unmanned Aerial Vehilce) यानी यूएवी की खरीद से लेकर बड़े अफ़सरों की नियुक्ति तक में गड़बड़ियां शामिल हैं...
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