रवीश की रिपोर्ट: आदर्श गांव के नाम पर किए गए कई वादे
प्रकाशित: मार्च 26, 2019 10:00 PM IST | अवधि: 17:30
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पांच साल पहले प्रधानमंत्री ने आदर्श गांव योजना शुरू की. कहा कि हर सांसद एक-एक गांव गोद लेगा। उसे आदर्श गांव बनाएगा. 2019 तक तीन गांवों को आदर्श बनाने की बात थी. ऐसे आदर्श गांवों को लेकर तरह-तरह के एलान हुए. बताया गया कि इस आदर्श गांव में सबके पास अपना घर होगा, घर में बिजली होगी, पानी आएगा और घर तक सड़क भी होगी. मामूली-मामूली समस्याएं नहीं होंगी. स्कूल होंगे, लड़कियों के लिए कॉलेज होंगे. नोटबंदी के दौर में कुछ गांवों में बैंक भी खुल गए, एटीएम भी खुल गए, दुकान-दुकान ऑनलाइन कारोबार की मशीनें भी बंट गईं. लेकिन ये सारी सजावट टिकी नहीं. जिन सांसदों ने गोद लिया, वो अपने गावों को जैसे भूल गए लगते हैं.