NDTV Khabar

रवीश कुमार का प्राइम टाइम: सिंचाई के लिए पानी कब तक खरीद पाएंगे?

 Share

75 साल के पोन्नम मलैया बीते 19 साल से कोलकाता के देगंगा गांव बिना किसी रसायन के इस्तेमाल के नेचुरल फार्मिंग यानी प्राकृतिक खेती कर रहे हैं. इसी गांव के किसान गिरि बाबू कहते हैं कि रासायनिक खाद और कीटनाशकों के डीलर पहले उनका मज़ाक उड़ाया करते थे. खेती से जुड़े अफसर भी कहते थे कि नीम, गाय का गोबर और गोमूत्र कभी महंगे रसायनों का मुकाबला नहीं कर सकते. अब वो और उन जैसे कई किसान रासायनिक खेती छोड़ने की इच्छा रखने वाले किसानों को प्रशिक्षण दे रहे हैं. उन्हें प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं जो ज़्यादा मुनाफ़ेदार है.



Advertisement

 
 
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com