प्रकाशित: अगस्त 06, 2018 10:12 PM IST | अवधि: 7:35
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असम में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) लोगों की ज़ुबान पर ऐसे चढ़ गया है जैसे यह घर घर बोला जाने वाला कोई बहुत पुराना शब्द हो. इसके साथ ही वहां के लोग लीगेसी शब्द का भी इस्तेमाल करने लगे हैं. लीगेसी मतलब 1971 या उसके पहले का कोई प्रमाण पत्र खासकर मतदाता सूची या 1951 की पहली एनआरसी का दस्तावेज़. दिल्ली का मीडिया और राजनीति आराम से 40 लाख लोगों को घुसपैठिया-घुसपैठिया कह रही है मगर असम में रहने वाले कोई बीस लाख भोजपुरी वासी इस बात से चिंतित हैं कि आज़ादी से पहले उनके पूर्वज असम आ गए, वे आज भी अपनी भाषा और संस्कृति को जीते हैं, लेकिन अगर उन्हें भी घुसपैठिया कहा जाने लगेगा तो वे कहां जाकर अपनी देशभक्ति साबित करेंगे और क्यों करेंगे.