रवीश कुमार का प्राइम टाइम: नागरिकता संशोधन बिल पर पूर्वोत्तर राज्यों में अलग-अलग नजरिया
प्रकाशित: दिसम्बर 10, 2019 09:30 PM IST | अवधि: 7:55
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नागरिकता संशोधन बिल पर पूर्वोत्तर में अलग अलग नज़रिया है. क्या उनका हित राष्ट्र हित नहीं है? क्या आपके हिन्दी अखबारों और चैनलों ने बताया कि इस बिल को लेकर पूर्वोत्तर में कितनी अलग अलग प्रतिक्रिया है? सोचिए इन अखबारों को पढ़कर आपकी समझ राष्ट्रीय बनती है या क्षेत्रीय. कभी न कभी आपको सोचना ही होगा कि आपकी नागिरकता की समझ हिन्दी अखबारों ने संकुचित की है, सीमित की है या उसका विस्तार किया है. त्रिपुरा में विरोध जिस कारण से हो रहा है असम में भी उसी कारण से हो रहा है. असम का आंदोलन घुसपैठियों के खिलाफ था. यह बिल घुसपैठिए को हिन्दू और मुस्लिम के आधार में बंटवारा करता है. असम की यूनिवर्सिटी में क्यों रात रात भर प्रदर्शन हो रहे हैं.