प्रियदर्शन की बात पते की : जब पत्थर सांस लेते हैं... | पढ़ें
प्रकाशित: जून 12, 2015 11:37 PM IST | अवधि: 2:52
Share
यह एक कलाकार का जादू है, जिसने पत्थरों को, और बहुत सारे फालतू कबाड़ को इस तरह देखा कि वे सांस लेने लगे, उनके बाल उग आए, और वह हमसे आंख से आंख मिलाकर बात करने लगे। [विस्तृत समाचार पढ़ें]