प्रकाशित: नवम्बर 01, 2014 07:45 PM IST | अवधि: 4:48
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1984 की हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों को पांच लाख की अतिरिक्त मदद ने 30 बरसों से हिंसा का दर्द झेल रहे परिवारों को कुछ आर्थिक राहत तो ज़रूर दी, लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या इससे उनके सुकून और इंसाफ का रास्ता साफ हो सकेगा।