प्रकाशित: फ़रवरी 29, 2020 11:25 AM IST | अवधि: 4:37
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दिल्ली हिंसा में पुलिस के कॉल लॉग से उसकी भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं. हिंसा के दौरान तीन दिनों में पुलिस को 3500 कॉल्स की गईं लेकिन उसका जवाब देने के लिए शायद कोई था ही नहीं. दरअसल हिंसा प्रभावित इलाकों से लोगों ने पुलिस को दंगे के बारे में बताने और बुलाने की काफी कोशिशें कीं, लेकिन पुलिस समय रहते वहां नहीं पहुंची.