नोटबंदी के बाद कर्नाटक के सहकारी बैंकों में जांच के दौरान आयकर विभाग को काफी चौंकाने वाली जानकारियां मिली हैं. 2000 के आसपास ऐसे खाते मिले हैं जिनमें 10 लाख से ज़्यादा रकम जमा की गई है.
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