फिल्म रिव्यू : इंसानी रिश्तों की कहानी कहती है 'बियॉन्ड द क्लाउड्स'
प्रकाशित: अप्रैल 20, 2018 08:35 PM IST | अवधि: 3:01
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इरॉनीयन निर्देशक माजिद मजीदी विश्वस्तरीय सिनेमा का बड़ा नाम है और दुनिया भर में अपने काम के लिए उन्होंने तारीफ़ बटोरी है. अब उन्होंने रुख किया है मुंबई के कुछ किरदारों की ज़िंदगी की और फ़िल्म ‘बीआंड द क्लाउड्ज़’ में जहां आमिर (ईशान खट्टर) और उसके दोस्त ड्रग्स पहुंचाने का धंधा करते हैं, आमिर की बहन है तारा (मालविका मोहनन) जो अलग रहती है और धोबी घाट पर काम करती है और कुछ वक़्त पहले वो अपने पति से अलग हो चुकी है. फिर घटनाक्रम कुछ ऐसा होता है कि दोनों की जिंदगियों में तूफ़ान आ जाता है जिनके चलते इन्हें मिलते हैं नए किरदार जिनसे ना चाहते हुए भी रिश्ते बन जाते हैं. ये फ़िल्म इंसानी रिश्तों की कहानी कहती है और बताती है कि इंसान किसी भी हालात में क्यूं ना हो, अपने सुकून और हालात से समझौता करना सीख ही लेता है.