
फिच रेटिंग.,
फिच ने कहा कि वृद्धि की दर बढ़कर अगले वित्त वर्ष में 7.5 प्रतिशत हो जाएगी.
एजेंसी ने कहा , ‘‘ नीति से जुड़े कारकों का प्रभाव अब खत्म हो रहा है. नकदी आपूर्ति नोटबंदी के पहले के स्तर पर पहुंचने लगी है. इस बीच जीएसटी के कारण हुए अवरोध भी धीरे - धीरे खत्म हुए हैं. ’’