प्रकाशित: जनवरी 27, 2014 08:00 PM IST | अवधि: 20:09
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सियासी दलों का किसी भी मुद्दे पर धरना प्रदर्शन करना एक बहुत पुरानी परंपरा है, लेकिन जब यह आम आदमी को तकलीफ पहुंचाता है और उसके जीवन पर सीधा असर डालता है, तो कई बार इसे लेकर सवाल उठे हैं। किसी धरने से रोजमर्रा की जिंदगी में रुकावट आती है, तो उसे उस पार्टी के कायकर्ता या समर्थक के अलावा बाकी लोग पसंद नहीं करते... तो यहां सवाल है क्या लोगों को परेशान कर या डराकर अपने मुद्दों को सियासी पार्टियां ज्यादा जोरदार तरीके से रखना चाहती हैं या उनका असर ज्यादा होता है। एक चर्चा...