प्रकाशित: जनवरी 28, 2014 09:00 PM IST | अवधि: 49:34
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ऑटो रिक्शा के पीछे होर्डिंग लगाने की होड़ हो, या रेडियो, एफएम में सबका नमस्कार बोलना या मिस्ड कॉल। 2014 का चुनाव प्रचार के लिहाज से पहले के चुनावों को पीछे छोड़ने जा रहा है। तो ऐसे में सवाल कि क्या होर्डिंग लगाकर कोई नेता बन सकता है या बने हुए नेता की छवि नई की जा सकती है। प्राइम टाइम में चर्चा इस बात पर कि क्या कॉपीराइटर नेता पैदा कर सकते हैं?