प्रकाशित: जुलाई 15, 2015 09:00 PM IST | अवधि: 35:25
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तमाम सरकारी नीतियों पर बोलने वाला आरएसएस न तो अपने स्वयंसेवकों की भूमिका पर सार्वजनिक रूप से बोल रहा है न व्यापमं पर। तब भी जब इसकी लड़ाई लड़ने वालों में से कई लोग उसी की विचारधारा और संगठन क्षमता में प्रशिक्षित हैं। आखिर व्यापमं पर संघ क्यों चुप है?