चुनावों के दौरान किए गए वादों पर भरोसा कर वोट देने वाले मतदाता अंत में खुद को ठगा हुआ ही पाते हैं। गुस्ताखी माफ में देखिये नेताओं की वादा खिलाफी पर एक मजेदार व्यंग्य...
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